हेलो दोस्तों, आज मैं आपको UPS ka full form, UPS full form in hindi, UPS in hindi, UPS full form computer in hindi, UPS क्या है, UPS कैसे काम करता है, UPS के फायदे, इत्यादि के बारे में बताने वाला हूँ।
आपलोगो ने UPS का नाम कई बार सुना होगा और इसके बारे में आपने कही ना कही थोड़ा बहुत पढ़ा भी होगा लेकिन क्या आपको UPS का फुल फॉर्म पता है?
यूपीएस का इस्तेमाल आज के समय में बहुत कम किया जाता है लेकिन एक समय था जब लोगो के पास लैपटॉप नहीं हुआ करता था तब ज्यादातर लोग कंप्यूटर यानी की डेस्कटॉप का ही इस्तेमाल करते थे तो उस समय यूपीएस का इस्तेमाल बहुत ज्यादा हुआ करता था।
यूपीएस एक प्रकार की मशीन होती है जिसका इस्तेमाल कंप्यूटर को Power Supply के लिया किया जाता है। लेकिन ये सब बातें बहुत लोगो को पता ही नहीं होती है और बहुत से लोगो को UPS का फुल फॉर्म तक पता नहीं होती है।
अगर आपको इसके बारे में नहीं पता है तो कोई बात नहीं क्यूंकि आज मैं आपको UPS ka full form के अलावा इनसे जुड़ी सारी जानकारी बताने वाला हूँ।इसलिए आप इस पोस्ट को शुरू से लेकर अंत तक पूरा पढ़िए ताकि आपको UPS के बारे में सारी जानकारी अच्छे से पता चल सकें।

UPS Ka Full Form –
यूपीएस का फुल फार्म “Uninterruptible Power Supply“ है। यूपीएस को हिंदी में “अबाधित विद्युत आपूर्ति” कहा जाता है।
UPS Full Form In Hindi –
यूपीएस का फुल फॉर्म हिंदी में “अबाधित विद्युत आपूर्ति” होता है।
U – Uninterruptible (अबाधित)
P – Power (विद्युत)
S – Supply (आपूर्ति)
UPS Full Form Computer In Hindi –
UPS का फुल फॉर्म कंप्यूटर में “Uninterruptible Power Supply” होता है।
U – Uninterruptible
P – Power
S – Supply
◆ What is the full form of UPS? – Full-Form of UPS is “Uninterruptible Power Supply“
UPS क्या है?
UPS एक प्रकार का मशीन होता है जो कंप्यूटर को पावर सप्लाई देने का काम करता है। यूपीएस बिजली के चले जाने के बाद कंप्यूटर को कुछ समय तक पावर सप्लाई करता है।
यूपीएस एक ऐसी मशीन होती है जिसके अंदर एक बैटरी लगी होती है जो बिजली के जाने के बाद लगभग 30 से 40 मिनट तक कंप्यूटर को पावर सप्लाई करती है।
अगर आप कंप्यूटर पे कोई जरुरी काम कर रहे हैं और अचानक से बिजली चली जाती है तो यूपीएस कुछ देर तक कंप्यूटर को पावर सप्लाई करती है ताकि आप जो जरुरी काम कर रहे होते हैं उसे सुरक्षित कर सकें और कंप्यूटर को भी अच्छे से बंद कर सकें।
UPS कितने प्रकार के होते हैं?
यूपीएस तीन प्रकार के होते हैं –
- Standby UPS
- Line Interactive UPS
- Online UPS
1. Standby UPS –
Standby UPS को offline UPS भी कहा जाता है जिसका इस्तेमाल ज्यादातर कंप्यूटर यानी की डेस्कटॉप के लिए किया जाता है। इसका इस्तेमाल कंप्यूटर को पावर सप्लाई देने के लिए किया जाता है।
2. Line Interactive UPS –
Line Interactive UPS की डिजाइनिंग एक स्टैंडबाय यूपीएस के समान होती है और इसका इस्तेमाल सबसे ज्यादा छोटे व्यवसाय में किया जाता है
इस प्रकार के यूपीएस को AC पावर कन्वर्टर यूपीएस के आउटपुट के साथ जोड़ा जाता है, इस यूपीएस का इस्तेमाल ऑनलाइन तथा ऑफलाइन दोनों तरह से किया जाता है।
3. Online UPS –
Online UPS का इस्तेमाल बहुत सारे काम के लिए किया जाता इसलिए इसक इस्तेमाल बाकी सभी यूपीएस से ज्यादा किया जाता है। इसे डबल रूपांतरण ऑनलाइन निर्बाध बिजली आपूर्ति के नाम से भी जाना जाता है।
ऑनलाइन यूपीएस का इस्तेमाल ऑपरेशन में रेक्टिफायर और इन्वर्टर कॉम्बो के माध्यम से एसी लोड को बिजली की आपूर्ति करने के लिए किया जाता है।
इस यूपीएस का उपयोग कई जगह किया जाता है जैसे – Data Centers, hospitals and clinics, Banks, Special projects (events), Telecommunications, आदि जगहों पे किया जाता है।
## इसे भी पढ़े –
◆ COM का Full Form क्या है? – Click Here
◆ SMS का Full Form क्या है? – Click Here
UPS के भाग –
UPS के कुछ मुख्य भाग इस प्रकार हैं –
- Rectifier
- Inverter
- Battery
- Static Switch or Contactor
1. Rectifier –
Rectifier यूपीएस के अंदर ही इंस्टाल रहता है जो Alternative Current (AC) को Direct Current (DC) में बदलने का काम करता है।
यह एक प्रकार का सर्किट होता है जो Alternative Current (AC) को Direct Current (DC) में बदलकर बैटरी को चार्ज करने में मदद करता है।
2. Inverter –
Inverter का काम Rectifier के प्रोसेस से बिल्कुल उल्टा होता है। क्यूंकि ये Direct Current (DC) को Alternative Current (AC) में बदलता है।
3. Battery –
बैटरी भी rectifier के तरह ही यूपीएस के अंदर इंस्टाल रहता है। यह यूपीएस का बहुत ही महत्वपूर्ण भाग होता है क्यूंकि इसकी मदद से ही एनर्जी को स्टोर किया जाता है।
जब रेक्टिफायर AC को DC में बदलती है तो इसके बाद करेंट बैटरी के पास जाती है, और बैटरी उस करंट को अपने पास बचा के रखती है।
बिजली चले जाने के बाद जिस करंट को बैटरी अपने पास बचा के रखती है उसी के द्वारा कंप्यूटर को पावर सप्लाई मिलती है।
4. Static Switch or Contactor –
Static Switch or Contactor का इस्तेमाल Power के Source को Transfer करने के लिए किया जाता है। और इसका उपयोग 10 मिली सेकेंड के अंदर स्विचिंग करने वाले स्विच के लिए किया जाता है।
UPS के काम –
UPS द्वारा बहुत सारे काम किए जाते हैं जो इस प्रकार हैं –
- यूपीएस बिजली जाने के बाद हमारे कंप्यूटर को पावर सप्लाई प्रदान करता है।
- यूपीएस कंप्यूटर में चल रहे सभी प्रकार के महत्वपूर्ण काम को क्षति होने से बचाता है।
- इसके द्वारा कंप्यूटर में चल रहे किसी काम के डाटा को लोस्स होने से बचाया जाता है।
- यूपीएस हमारे कंप्यूटर को शॉर्ट सर्किट से बचाता है।
- यूपीएस कंप्यूटर को सही ढंग से बंद और चालू करने में मदद करता है।
UPS के क्या-क्या फायदे हैं?
यूपीएस के कई फायदे हैं, जिनमें से कुछ इस प्रकार हैं –
- अगर कंप्यूटर पे महत्वपूर्ण काम करने के दौरान अचानक बिजली चली जाती है तो यूपीएस के द्वारा कुछ समय तक कंप्यूटर को पावर सप्लाई दिया जाता है।
- यूपीएस बिजली चले जाने के बाद लगभग 30 से 40 मिनट तक कंप्यूटर को पावर सप्लाई करता है।
- अगर किसी कारणवश इलेक्ट्रिकल डिवाइस रुक जाती है तो उस स्थिति में यूपीएस कंप्यूटर के डाटा को सुरक्षित रखता है और साथ ही डाटा का बैकअप भी रखता है।
- कंप्यूटर के अचानक बंद हो जाने से जो काम हम कर रहे होते हैं तो हमें उस काम का डाटा loss होने का डर होता है. लेकिन यूपीएस का इस्तेमाल करने से ये डर खत्म हो जाता है क्यूंकि कंप्यूटर अचानक बंद हो जाने के बाद यह इतना समय देता है की आप अपने काम को सेव कर सकें और कंप्यूटर को अच्छे से बंद कर सकें।
निष्कर्ष –
आज के इस post में हमनें UPS के बारे में बहुत कुछ जाना हैं, हमने UPS ka full form, UPS full form in hindi, UPS ka full form in computer, UPS full form computer in hindi, UPS क्या है, UPS कैसे काम करता है, UPS के फायदे, इत्यादि के बारे में बात किया है।
मुझे उम्मीद है की इस article में बताये गए UPS से रिलेटेड सारी जानकारी आपको समझ आ गए होंगे और अब आपको UPS के बारे में सब कुछ पता चल गया होगा।
अगर आप मुझसे UPS से सम्बंधित कोई भी सवाल पूछना चाहते हैं तो आप नीचे comment कर के पूछ सकते हैं और अगर कोई सुझाब देना चाहते हैं तो भी आप बता सकते हैं।
अगर आपको इस article से कुछ नई जानकारी प्राप्त हुई हो तो आप अपने सोशल मीडिया प्लैटफॉर्म्स और अपने दोस्तों के साथ जरूर शेयर करें।
इसी तरह की और जानकारियाँ पाने के लिए हमारे इस ब्लॉग Fullformcollection.com पर हर दिन visit करते रहें।